नई दिल्ली। देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश को संबोधित किया। उन्होंने देश के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी रहा है, इसलिए स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं, जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है। जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है, लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है, जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश ने चुनौतियों को अवसरों में बदला है और प्रभावशाली जीडीपी ग्रोथ दर्ज की है। हमारे अन्नदाता किसानों ने हमारी आर्थिक वृद्धि में महत्तवपूर्ण योगदान दिया है। मैं अपने आदिवासी भाई-बहनों से अपील करती हूं कि आप सब अपनी परंपराओं को समृद्ध करते हुए आधुनिकता को अपनाएं। उन्होंने देश के लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी रहा है इसलिए स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए गौरव का दिन है।