नई दिल्ली। नई दिल्ली में दो दिन तक चला जी20 समिट रविवार 10 सितंबर को खत्म हो गया। इसमें दुनियाभर के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। जी 20 खत्म होने के बाद वल्र्ड लीडर्स ने समिट को लेकर अपनी बात रखी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि इस सम्मेलन में अधिकांश देशों ने यूके्रन पर रूसी हमले की निंदा की। इससे यह साफ हो गया कि जी 20 के ज्यादातर देशों ने रूस को अलग-थलग कर दिया। इस मामले में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हमने यूके्रन के साथ युद्ध रोकने की कोशिश की थी, लेकिन यूक्रेन ने नाटो के कहने पर संधि नहीं की। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हर कोई शांति चाहता है। लगभग 18 महीने पहले हमने यूके्रन से इस युद्ध को सुलझाने की कोशिश की थी। हम दोनों देश एक संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत हुए थे। हालांकि, यूके्रन ने नाटो के कहने पर डॉक्यूमेंट्स पर साइन नहीं किए थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में कहा था कि हमें बातचीत से कोई आपत्ति नहीं है।