नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने रविवार को एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। वायु सेना ने अपनी आकाश वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इस मिसाइल ने एक साथ चार टारगेट को ढेर कर दिया। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि भारत ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने ऐसी क्षमता हासिल की है, जिससे सिंगल फायरिंग यूनिट के जरिए उस रेंज पर कमांड गाइडेंस के जरिए चार लक्ष्यों को ढेर कर दिया। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि हाल ही के अभ्यास अस्त्रशक्ति-2023 के दौरान भारत ने स्वदेशी आकाश मिसाइल प्रणाली की मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जहां एक ही आकाश फायरिंग यूनिट द्वारा एक साथ चार लक्ष्यों (मानव रहित हवाई लक्ष्यों) को निशाना बनाया गया। यह प्रदर्शन सूर्यलंका वायु सेना स्टेशन में अस्त्रशक्ति 2023 के दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा आयोजित किया गया था। स्वदेशी आकाश वेपन सिस्टम को डीआरडीओ ने बनाया है। आकाश वेपन सिस्टम एक स्वदेशी डिफेंस सिस्टम है, जिसे खरीदने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों ने ऑर्डर दिए हैं, इसको लगातार डीआरडीओ के वैज्ञानिक अपग्रेड कर रहे हैं। गौरतलब है कि आकाश भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) की एक छोटी दूरी की सरफेस टू एयर (एसएएम) एयर डिफेंस सिस्टम है। यह सिस्टम दुश्मन के हवाई हमलों से एक बड़े इलाके की रक्षा कर सकता है।
बीडीएल वेबसाइट के मुताबिक, आकाश वेपन सिस्टम (एडब्ल्यूएस) ग्रुप मोड या ऑटोनॉमस मोड में एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकता है। इसमें बिल्ट-इन इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर मेजर्स (ईसीसीएम) विशेषताएं हैं। संपूर्ण हथियार प्रणाली को मोबाइल प्लेटफॉर्म के ऊपर तैनात किया गया है। आकाश मिसाइल सिस्टम चार से 25 किलोमीटर की रेंज में उड़ान भरने वाले हेलिकॉप्टर, लड़ाकू जेट और यूएवी को प्रभावी ढंग से मार गिरा सकता है। यह लक्ष्य का पता लगाने से लेकर मार गिराने तक की पूरी प्रक्रिया को त्वरित गति से पूरा करता है। इसके साथ ही इसका पूरा सिस्टम ऑटोमेटिक है। यह एक्टिव और पैसिव जैमिंग को प्रभावी तरीके से रोक सकता है। इसे रेल या सडक़ मार्ग से तेजी से कहीं भी ले जाया जा सकता है और जल्दी से तैनात किया जा सकता है।