फंगल केराटाइटिस से अब नहीं जाएगी किसी के आंखों की रोशनी, CDRI ने विकसित की दवा
लखनऊ। आंखों की गंभीर समस्या फंगल केराटाइटिस से अब नहीं जाएगी किसी की आंखों की रोशनी! सीडीआरआई के वैज्ञानिक डाॅ0 संजीव शुक्ला व टीम के अन्य सदस्य वैज्ञानिकों ने मिलकर एक ऐसी दवा विकसित की है जो इस बीमार से निजात पाने में काफी कारगर है। इस दवा को विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों की इस टीम ने 12 वर्षों तक अथक प्रयास किया है।
फंगल केराटाइटिस कॉर्निया का एक संक्रमण है। कॉर्निया आपकी आंख के सामने की स्पष्ट, गुंबद के आकार की खिड़की है और आपकी आंख में प्रकाश को केंद्रित करती है । फंगल केराटाइटिस की समस्या आंख की चोट या कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग से तेजी से विकसित हो सकता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह अंधेपन का कारण बन सकता है। कुछ मामलों में, उपचार दृष्टि को बहाल नहीं कर सकता है। इन मामलों में, स्थायी दृष्टि हानि या अंधापन हो सकता है।
लेकिन अब इस दवा की मदद से फंगल केराटाइटिस की रोकथाम हो सकेगी। यह दवा आंखों में लंबे समय तक टिकी रहती है जो इस फंगल इंफेशन से निजात दिलाने में सहायक है।
इस दवा को लोगों तक पहँुचाने के लिए संस्था ने दवा कंपनी सिप्ला के साथ समझौता किया है। यह कंपनी जरूरी क्लिनिकल ट्रायल के बाद दवा लान्च करेगी।