भोपाल, 2 मार्च, 2024: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव सट्टा एप मामले में गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार कर लिया है। गिरीश को बीती रात उनके निवास से भोपाल में गिरफ्तार किया गया। गिरीश तलरेजा महादेव सट्टा एप के मुख्य प्रमोटर हैं। इसके साथ ही भोपाल के रतनलाल जैन उर्फ अमन की भी तलाश जारी है।
इस मामले में गिरीश तलरेजा के साथ प्रदीप तलरेजा भी महत्वपूर्ण रोल निभा रहे हैं। प्रदीप तलरेजा को भी महादेव सट्टा एप का प्रमोटर बताया जा रहा है। गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार किया जाने के बाद ईडी ने रायपुर, कोरबा, बिलासपुर, पत्थलगांव, सूरजपुर, और प्रतापपुर में छापा मारा। महादेव सट्टा एप के संबंध में रतनलाल जैन के अनेक अंतरराष्ट्रीय धंधे सामने आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैन कई अरब देशों में अवैध धंधे कर रहे हैं और भारत से मनी लॉन्ड्रिंग कर रहे हैं।
रतनलाल जैन के अरब देशों से तालुकात
एक रिपोर्ट के अनुसार, रतनलाल जैन के कई अरब देशों में अवैध धंधे हैं। इसके जरिए वह भारत से काफी मात्रा में मनी लांड्रिंग करने में कामयाब होता रहा है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि वह पाकिस्तान भी जाता है और उसके साथ भी कुछ तालुकात हैं। इससे संदेह हो रहा है कि वह अन्यायपूर्ण कार्यों में शामिल हो सकता है। इस मामले में न्यायिक कार्यवाही की जा रही है।
भोपाल ईडी की टीम ने गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार किया है और उन्हें रायपुर ईडी को सौंपा गया है। इस मामले में अब न्यायिक प्रक्रिया जारी है। यह सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए महत्वपूर्ण है कि इस तरह के अपराधियों के खिलाफ सरकारें सख्त कदम उठाएं।
इससे सामाजिक न्याय स्थापित होगा और अपराधियों को सजा मिलेगी। अब जांच की जा रही है कि कितने और लोग इस मामले में शामिल हैं और कैसे इसे समाधान किया जा सकता है। इससे पहले भी महादेव सट्टा एप के संबंध में कई मामले सामने आए हैं।
सूत्र बताते हैं कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस घोटाले में सिर्फ बलि का बकरा हो सकते हैं, जबकि असली मास्टरमाइंड, रतन लाल जैन और गिरीश तलरेजा, महादेव ऐप और कई अन्य वेबसाइटों के असली मालिक हैं।