नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने आतंकवाद और आतंक के साजिशकर्ताओं के खिलाफ बड़ा हमला बोला है। अजीत डोभाल ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद से प्रभावी तरीके से और शीघ्रता से निपटना चाहिए, जिसमें क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म भी शामिल है। उन्होंने इस खतरे से निपटने में दोहरे मानकों से बचने की अपील की। डोभाल कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। एससीओ समिट में डोभाल ने आतंक के मुद्दे पर नाम लिए बिना पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि आतंकियों और आतंक के समर्थकों को सबक सिखाने में देरी नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने सीमा पर शांति बनाए रखने का मुद्दा उठाकर नाम लिए बिना चीन को भी आड़े हाथ लिया।
डोभाल ने आतंक के खतरे से निपटने में दोहरे मानकों को छोडऩे का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि आतंकवाद के साजिशकर्ताओं से प्रभावी ढंग से और तेजी से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने विभिन्न आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के निरंतर समर्थन के बीच अपनी टिप्पणी में आतंकवाद के प्रायोजकों, वित्तपोषकों और मददगारों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। डोभाल ने एससीओ क्षेत्र में लश्कर-ए-तोएबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा और उसके सहयोगी संगठन और आईएसआईएस समेत विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा उत्पन्न खतरे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारत दूसरे देशों के साथ व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह टिप्पणियां ऐसे वक्त आई हैं, जब चीन की क्षेत्र एवं सडक़ पहल (बीआरआई) को पारदर्शिता की कमी और राष्ट्रों की संप्रभुता की उपेक्षा को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा हैै।