संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर अमरीका ने वीटो लगा दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अल्जीरिया ने यह प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर वोटिंग हुई। हालांकि, अमरीका के वीटो के बाद फिलिस्तीन यूएन का परमानेंट मेंबर नहीं सका। यूएनएससी में किसी प्रस्ताव को पारित करने के लिए कम से कम नौ सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी। 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीन के पक्ष में 12 वोट पड़े, जबकि ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड वोटिंग से दूर रहे। माना जा रहा था कि गाजा में हुई तबाही के बाद अमरीका प्रस्ताव पर वीटो नहीं करेगा, लेकिन अमरीका अपने स्टैंड पर बना रहा है और वीटो पावर का इस्तेमाल किया। यूएन में पूर्ण सदस्यता हासिल करने की फिलिस्तीन की यह दूसरी कोशिश थी।
अमरीका ने वीटो पर दी सफाई
फिलिस्तीन के परमानेंट मेंबरशिप वाले प्रस्ताव को वीटो करने पर अमरीका ने सफाई दी है। यूएन में अमरीका के प्रतिनिधि रॉबर्ट वुड ने कहा है कि अमरीका भी टू स्टेट सॉल्यूशन चाहता है, लेकिन यूएन पूर्ण सदस्यता देने का स्थान नहीं है। फिलिस्तीन को अलग देश का दर्जा देने का सही तरीका इजराइल और फिलिस्तीन में सीधी बातचीत है। इस बातचीत में अमरीका और अन्य सहयोगी देश मदद करेंगे। हम चाहते हैं कि दोनों पक्षों में सीधे बातचीत के जरिए समाधान होना चाहिए।