इम्फाल। मणिपुर में इनर मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के 11 मतदान सेंटरों पर 22 अप्रैल को फिर से वोटिंग की जाएगी। इसके लिए चुनाव आयोग ने शनिवार (20 अप्रैल) को आदेश जारी किया। दरअसल इन बूथों पर बीते 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में वोटिंग के दौरान आगजनी, हिंसा और तोडफ़ोड़ हुई थी। इसको लेकर ही चुनाव आयोग ने फिर से मतदान कराए जाने के आदेश दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर इनर लोकसभा सीटों की जिन 11 बूथों पर दोबारा वोटिंग होगी, इसमें साजेब, खुरई, थोंगम, लेइकाई बामन कंपू (नॉर्थ-ए), बामन कंपू (नॉर्थ-बी), बामन कंपू (साउथ-वेस्ट), बामन कंपू (साउथ-ईस्ट), खोंगमान जोन-वी(ए), इरोइशेम्बा, इरोइशेम्बा ममांग लेइकाई, इरोइशेम्बा मयाई लेइकाई और खैदेम माखा के बूथ शामिल हैं। दरअसल, मणिपुर में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. यहां पर बीजेपी ने सूबे की नेशनल पीपुल्स पार्टी और नगा पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन किया है। हालांकि, बीजेपी ने सिर्फ इनर मणिपुर पर ही अपना उम्मीदवार उतारा है, जबकि, बीजेपी आउटर मणिपुर में वह नगा पीपुल्स फ्रंट को सपोर्ट कर रही है।
कांग्रेस ने उठाई थी पुनर्मतदान की मांग
कांग्रेस ने बूथों पर कब्जा करने और चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाते हुए सूबे के 47 मतदान केंद्रों पर फिर से वोटिंग कराने की मांग की थी। इनमें इनर मणिपुर के 36 और आउटर मणिपुर के 11 बूथ शामिल थे। इन घटनाओं के कारण प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने पहले ही छह पोलिंग स्टेशनों पर दोबारा मतदान के लिए चुनाव आयोग को चि_ी लिखी थी और साथ ही इन सीटों पर दोबारा मतदान कराने की अपील की थी।
गोलीबारी-ईवीएम में हुई थी तोडफ़ोड़
बता दें मणिपुर की दोनों लोकसभा सीट इनर और आउटर मणिपुर के लिए 19 अप्रैल को मतदान हुआ था, जहां इनर और आउटर मणिपुर में 72 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। वहां चुनाव की वोटिंग के दौरान कई बूथों पर गोलीबारी, ईवीएम में तोडफ़ोड़ और बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं सामने आई थीं। बिष्णुपुर जिले के थमनपोकपी में बूथ केंद्र पर गोलीबारी में तीन लोग घायल हो गए थे। हालांकि, इस हमले को लेकर पुलिस यह नहीं पता लगा पाई है कि यह किसने किया था। हिंसा की घटनाओं के कारण चुनाव आयोग ने 11 बूथों पर वोटिंग को अमान्य घोषित कर दिया था।