कुवैत सिटी। कुवैत के मंगाफ शहर की लेबर बिल्डिंग में लगी भीषण आग से भारत तक कोहराम मच गया है। कुवैत अग्निकांड में अब तक 45 भारतीयों की मौत हो गई है। भारतीयों के अलावा मरने वाले बाकी लोग पाकिस्तानी, फिलिपींस, मिस्र और नेपाल के नागरिक थे। बताया जा रहा है कि मरने वालों में सबसे अधिक केरल के हैं। धीरे-धीरे शवों की पहचान होने लगी है। इसमें कोई ड्राइवर था, तो कोई इंजीनियर तो कोई मजदूर था। विदेश राज्य मंत्री केवी ङ्क्षसह ने गुरुवार को उन अस्पतालों में से एक का दौरा किया, जहां घायल भारतीयों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। कुवैत अग्निकांड में मरने वाले कुछ लोगों की पहचान हो गई है। मगर कुछ शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट का सहारा लिया जा रहा है।
भारतीय वायुसेना के एक विमान को हादसे में मारे गए भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए तैयार रखा गया है। कुवैत के अधिकारी मंगाफ इलाके की एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गए लोगों के शवों की डीएनए जांच कर रहे हैं। हादसे में कुछ शव बुरी तरह से जल गए हैं। इस कारण उनकी पहचान नहीं हो रही है। वहीं, कई शव बिल्डिंग की सीढिय़ों पर भी मिले हैं। लेबर बिल्डिंग में आग क्यों लगी, इसका स्पष्ट करणों का पता नहीं चल पाया है।