कोलकाता। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिला में सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के समीप एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए। हालांकि रेलवे बोर्ड की चेयरमैन और सीईओ जय वर्मा ने हादसे में पांच लोगों की मौत और 25 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। वहीं, ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के हवाले से बताया कि दो लोको पायलट और एक गार्ड समेत आठ लोगों की मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार रेलवे के आंतरिक दस्तावेज में इस बात का खुलासा हुआ है कि ऑटोमेटिक सिग्नल खराब था, इस वजह से मालगाड़ी का ड्राइवर आगे बढ़ गया। रेड सिग्नल काम ही नहीं कर रहे थे। रानीपात्रा के स्टेशन मास्टर ने मालगाड़ी के ड्राइवर को जारी किए दस्तावेज टीए 912 में उसे सभी रेड सिग्नल पार करने की मंजूरी थी। मृतकों में तीन रेलवे कर्मचारी हैं, जिनकी कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड आशीष डे, मालगाड़ी के लोको पायलट अनिल कुमार और मालगाड़ी के एएलपी मुन्ना कुमार के रूप में हुई है।
एनएफआर की बुलेटिन में कहा गया है कि एक्सप्रेस ट्रेन का अप्रभावित हिस्सा घटना के कुछ घंटों बाद 1,300 यात्रियों को लेकर आगे की यात्रा के लिए रवाना हुआ और ट्रेन में सवार प्रत्येक यात्री को भोजन के पैकेट दिए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक जताते हुए रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए। उधर, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मौके पर पहुंचकर हादसे का जायजा लिया। उन्होंने अगरतला-सियालदह कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल लोगों को अढ़ाई-अढ़ाई लाख रुपए और मामूली रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर कहा कि फांसीदेवा इलाके में दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और आपदा दल को डाक्टर और एंबुलेंस के साथ चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा. माणिक साहा ने भी हादसे पर शोक जताते हुए त्रिपुरा के मारे गए यात्री के परिजनों को दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।