ओटावा। कनाडा की सरकार ने एक बार फिर खालिस्तानी गतिविधियों पर नरम रुख अपनाया है। ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हमले में शामिल पुलिस अफसर हरिंदर सोही को क्लीन चिट दे दी गई है। अब इस पर विवाद शुरू हो गया। कनाडा के ब्रैम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने दिवाली के सप्ताहांत में हमला किया था। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं पर हमले के कई वीडियो सामने आए थे। इनमें से एक वीडियो में सोही खालिस्तानी झंडा लहराते नजर आया था। हरिंदर सोही पील रिजनल पुलिस का सार्जेंट है। हरिंदर सोही को पहले सस्पेंड किया गया था। हालांकि, अब पुलिस ने उसे क्लीनचिट दे दी है। पील पुलिस का कहना है कि हरिंदर सोही ने अपनी ड्यूटी सही ढंग से निभाई।
खालिस्तानी समर्थकों के हमले के दौरान हरिंदर सोही हथियारबंद खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों को निहत्था करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन तेज हो गया था, जिससे तनाव बढ़ा। प्रदर्शनकारियों से लाठियां, झंडे और दूसरी वस्तुएं जब्त की गईं, लेकिन इस स्पष्टीकरण से इंडियन कम्युनिटी के लोग संतुष्ट नहीं हो पा रहे हैं। पील पुलिस ने मंदिर परिसर में हुए विवाद में अधिकारी सोही के के बॉडीकैम फुटेज जारी किए हैं। इसमें सोही को एक ऐसे व्यक्ति को काबू करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है, जिसने हथियार छोडऩे से इनकार कर दिया और आक्रामक हो गया। फुटेज में अधिकारी एक व्यक्ति के पास डंडा लेकर आ रहा है। इस दौरान कुछ देर के संघर्ष के बादर भीड़ को तितर-बितर करने में कामयाब हो जाता है।