विशाखापट्टनम। नीले समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। देश की दूसरी न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात से 3500 किलोमीटर की रेंज वाली सबमरीन लांच बैलेस्टिक मिसाइल एम-4 का सफल परीक्षण हुआ है। इसे बंगाल की खाड़ी में विशाखापट्टनम के पास से लांच किया गया। परीक्षण में यह मिसाइल अपनी सभी तय मानकों पर खरी उतरी। पहली बार इस मिसाइल को सबमरीन से फायर किया गया। 2010 में इसका डिवेलपमेंट ट्रायल किया गया था। उसके बाद से आधा दर्जन से ज्यादा सफल टेस्ट किए जा चुके हैं। 10 मीटर लंबा 20 टन वजनी इस मिसाइल से एक टन पैलोड को 3500 किलोमीटर तक दागा जा सकता है।
कोलकाता से बीजिंग की हवाई दूरी तकरीबन 3277 किलोमीटर है। अगर बंगाल की खाड़ी से एम-4 लांच किया जाए, तो यह चीन के मेनलैंड, दक्षिण और वेस्टर्न इलाकों तक आसानी से पहुंच सकती है और जरूरत पड़े तो यह सीधा बीजिंग को भी हिट कर सकती है। वहीं मुंबई से इस्लामाबाद का एरियल डिस्टेंस 1600 किलोमीटर है और अरब सागर में इसे कहीं से भी लांच किया जाए, तो यह पाकिस्तान की राजधानी को तहस-नहस कर सकती है। खास बात यह है कि इसे आईएनएस अरिघात से लांच किया गया है। यह सबमरीन लंबे समय तक पानी के नीचे ऑपरेट कर सकती है। ये 50 दिन से ज्यादा पानी के अंदर रह सकती है। मतलब यह कि चीनी जासूसी उपकरणों की नजरों से बच कर आसानी से यह मूव कर सकता है।