नई दिल्ली। राज्यसभा में बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि संसद में बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया। जब साबित हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है, आरक्षण विरोधी है, संविधान विरोधी है, तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोडऩा-मरोडऩा शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा कि खडग़े जी मेरा इस्तीफा मांग रहे हैं। उन्हें आनंद हो रहा है, तो शायद मैं दे भी दूं, पर उससे उनका काम नहीं बनना है। अभी 15 साल तक उन्हें जहां हैं, वहीं बैठना है, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली। शाह ने कहा कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है, आरक्षण विरोधी है, संविधान विरोधी है।