पटना। बिहार के पटना में अटल जयंती समारोह में महात्मा गांधी का भजन रघुपति राघव राज राम…गाने पर हंगामा हो गया और भजन गायिका देवी को माफी तक मांगनी पड़ी। उन्हें ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने पड़े, तब जाकर मामला शांत हुआ और कार्यक्रम दोबारा शुरू हुआ। गौर हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने 25 दिसंबर को पटना के बापू सभागार में ‘मैं अटल रहूंगा’ कार्यक्रम आयोजित किया था। गायिका देवी को कार्यक्रम में परफार्म करने के लिए बुलाया गया था। कार्यक्रम में देवी ने ‘भारत माता की जय’ और ‘अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे’ के नारे लगाए। इसके बाद उन्होंने जब रघुपति राघव राजा राम गुनगुनाना शुरू किया। देवी ने जब भजन की लाइन ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम’ गाया तो सभागार में मौजूद करीब 60-70 युवा कार्यकर्ता नाराज हो गए। इसके बाद सभी अपने स्थान पर खड़े होकर ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने लगे। इस पर गायिका देवी ने कहा कि भगवान हम सभी के हैं और उनका उद्देश्य केवल राम को याद करना था। हालांकि इसका असर नहीं हुआ, तो आयोजकों ने बीच में हस्तक्षेप किया। आयोजकों के हस्तक्षेप से भी जब बात नहीं बनी, तो देवी ने कहा कि भगवान हम सभी के हैं। अगर आपके दिल को ठेस लगी है, तो मैं सॉरी कहती हूं। इसके बाद भी लोग संतुष्ट नहीं हुए और नारे लगाते हुए बाहर निकलने लगे। इस पर देवी ने भी ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया।
फिर आयोजकों ने मंच से कहा कि भारत मां की हम सभी संतान हैं। इस तरह से हम अपना परिचय नहीं देते हैं। पूरे विवाद पर भोजपुरी गायिका देवी ने कहा कि इस भजन पर हंगामा होना उनके लिए हतप्रभ कर देने वाला था। उस मंच पर भाजपा के कई नेता बैठे हुए थे। अटल जी के चाहने वालों में हिंदू और मुसलमान सब हैं। हंगामा ज्यादा न हो, इसलिए उन्होंने खुद पहल करते हुए माफी मांग ली।उधर, इस घटना पर राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि गांधी जी का भजन गाया तो नीतीश कुमार के भाजपाई साथियों ने हंगामा कर दिया। ओछी समझ के लोगों की भावनाएं आहत हो गईं। उधर, भाजपा के कार्यक्रम में महात्मा गांधी के भजन पर बवाल को लेकर विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस ने कहा कि गांधी जी को लेकर आरएसएस-भाजपा के लोगों में कितनी नफरत भरी है, यह घटना उसकी बानगी है। गोडसे की विचारधारा के लोग गांधी जी का सम्मान नहीं कर सकते। कांग्रेस ने कार्यक्रम का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि नरेंद्र मोदी जी, ये वीडियो देखिए. आपकी पार्टी के नेता जो आपको अपना आदर्श मानते हैं, उन्हें गांधी जी से कितनी चिढ़ है। क्या आप इन्हें भी ‘दिल से माफ’ नहीं कर पाएंगे? राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी एक्स पर लिखा कि संघियों और भाजपाइयों को जय सियाराम, जय सीताराम के नाम और नारे से शुरू ही नफरत है, क्योंकि उसमें माता सीता का जयकारा है। गायिका देवी ने बापू का भजन गाकर सीताराम बोल दिया तो टुच्चे भाजपाइयों ने माइक पर उससे माफी मंगवाई और माता सीता के जय सीताराम की बजाय जय श्रीराम के नारे लगवाए। ये संघी सीता माता सहित महिलाओं का अपमान क्यों करते है?