
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहलगाम में हुई आतंकवादी हमले को कायराना कार्रवाई करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार को आतंकवाद से निपटने की रणनीति पर विचार करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए घटना पर गहरा क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह देश पर सीधा हमला है और इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ने ली है जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।
खड़गे ने कहा, “सरकार से हम अपेक्षा करते हैं कि जब जरूरी कार्रवाई हो जाए और पूरी मालूमात हासिल हो गई हो तो, वह सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेकर आतंकवाद की चुनौती से निपटने के बारे में चर्चा करेगी। उन्हें सर्वदलीय बैठक बुलाकर कुछ सलाह लेनी चाहिए। यह राजनीति नहीं है और हम इस स्थिति में राजनीति नहीं चाहते। कांग्रेस आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए सरकार के साथ समन्वय, सहयोग और साझेदारी करने को प्रतिबद्ध है। हमने समय-समय पर आतंकवाद और अलगाववाद का डटकर मुकाबला किया है और इसके खिलाफ़ लड़ाई में हमारी शीर्ष नेतृत्व ने अपने जीवन की आहुति भी दी है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मैंने कल देर रात गृहमंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुलाह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ नेताओ से बात की। इस विषय पर चर्चा के लिए कल सुबह 11 बजे कांग्रेस मुख्यालय में कार्यसमिति की बैठक होगी। इसीलिए मैंने अपना कार्यक्रम पहले ही तय कर लिया है और मैं दिल्ली जा रहा हूं। ये समय कोई राजनीति करने का नहीं है, हमारे पर्यटक जो इस नरसंहार में मारे गए हैं, उनको न्याय दिलाना है। पहलगाम में अलग -अलग राज्यों के पर्यटक थे। कर्नाटक से भी मंजूनाथ राव अपनी पत्नी बच्चे के साथ वहां गए थे। उनकी इस घटना में मौत हो गई और भारत भूषण की भी इस दुःखद घटना में जान चली गई। मैंने पीड़ितों की शोकग्रस्त पत्नियों से बात की और उन्हें अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
कर्नाटक कैबिनेट ने हमारे श्रम मंत्री संतोष लाड को भी नियुक्त किया है, जो जम्मू-कश्मीर में पीड़ितों से मिल रहे हैं और वे कर्नाटक से आए लगभग 200 पर्यटकों से भी मिल रहे हैं और उनके लिए वापस आने की उड़ानों की व्यवस्था भी कर रहे हैं। मैंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी अनुरोध किया है कि वे हर उस पर्यटक के लिए व्यवस्था करें जो वापस लौटना चाहता है। हमारे गृह मंत्री ने भी मुझसे वादा किया है कि वे भी इसका ध्यान रखेंगे। मैं मृतक परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था और वहां के लोगों की आय-आमदनी का सबसे बड़ा जरिया पर्यटन भी है। तो, इस साल की वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था में भारी नुकसान होगा। भारत सरकार को अब उनकी मदद करनी चाहिए। इस समय, हम सब एक हैं। हम आतंकवादियों के खिलाफ़ एक होंगे। यह भारत पर सीधा हमला है। सारा देश स्तब्ध है। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ने इसकी ज़िम्मेवारी भी ली है। हमें इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा। सरकार को जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था में पर्यटकों का भरोसा बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। अमरनाथ यात्रा कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है और हर साल लाखों पर्यटक इसमें हिस्सा लेते हैं। इससे पहले भी यात्रा के दौरान इस तरह के हमले हो चुके हैं। इसलिए यात्रियों की सुरक्षा को पुख्ता किया जाना चाहिए और सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया जाना चाहिए।”