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‘आकांक्षा स्टोर’ के माध्यम से महिलाओं को सशक्त व आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य – अध्यक्ष रश्मि सिंह

चित्रकूट । उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव की धर्मपत्नी व ‘आकांक्षा समिति’ की प्रदेश अध्यक्ष रश्मि सिंह अपने प्रदेश पदाधिकारियों के साथ चित्रकूट के दौरे पर पहुंची है। जहां उन्होंने कामतानाथ परिक्रमा मार्ग में महिला सशक्तिकरण के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए आकांक्षा स्टोर का उद्घाटन किया है यह आकांक्षा स्टोर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट की बिक्री की जाएगी, जिससे ग्रामीण आजीविका मिशन समूह से जुड़ी महिलाओं का आर्थिक फायदा होगा। इसके साथ ही इस स्टोर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कैंटीन भी संचालित की जाएगी। इसके बाद वह कसहाई गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची जहां उन्होंने आकांक्षा समिति द्वारा आंगनबाडियों को दिए जा रहे फस्ट ट्रेड के प्रशिक्षण में भाग लिया जहां महिलाओं को किसी भी घटना या दुर्घटना में पीड़ित व्यक्तियों की कैसे मदद करनी है उसके बारे में उनको जागरूक किया है।
चित्रकूट जिले की ‘आकांक्षा समिति’ की अध्यक्ष डॉ0 तनुषा टी आर द्वारा लिखी गई प्राथमिक चिकित्सक पुस्तक का विमोचन कर आंगनबाडियों को वितरण किया है और उन्होंने प्रशिक्षण में अच्छा प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरण किया है। इसके बाद वह कसहाई गांव के गौशाला पहुंची जहां उन्होंने गौशाला से निकले गोबर से गौशाला दीदी द्वारा  तैयार किए लोकल खाद को देखा और उसे आगे कैसे वह खाद मार्केट में आए उसके प्रोत्साहन के बारे में चर्चा किया है।
‘आकांक्षा समिति’ की प्रदेश अध्यक्ष रश्मि सिंह का कहना हैं कि आकांक्षा समित IAS ऑफिसर की पत्नियों का एक समूह है जो प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिए इस समूह द्वारा कार्य किया जाता है जिसके तहत आज वह चित्रकूट के दौरे पर आई है जहां उन्होंने ‘आकांक्षा स्टोर’ का फीता काटकर उद्घाटन किया है जिसमें स्वयं सहायता समूह की  महिलाओं द्वारा तैयार किए प्रोडक्ट बेचे जाएंगे जिससे ग्रामीण स्तर पर जुड़ी महिलाओं को जो उनके द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट को उचित मूल या सही बाजार नहीं मिल पाता था ऐसे में यह ‘आकांक्षा स्टोर’ उनके लिए फायदेमंद साबित होगा इसके साथ ही  आकांक्षा समित द्वारा महिलाओं को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वह इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर विषय परिस्थितियों में लोगों की मदद कर सकती है । इसके साथ ही गौशाला में गौशाला दीदियों द्वारा तैयार किए गए लोकल खाद यानि वार्मिग कम्पोस्टिंग खाद को कैसे प्रदेश स्तर में उसकी मार्केटिंग या प्रमोशन किया जाए उसको लेकर वह आगे काम करेंगी ।
– वीरेंद्र शुक्ला

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