
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अमरनाथ यात्रा के पहलगाम रूट पर फेस रिक्गनिशन सिस्टम (एफआरएस) लगाया है। यह सिस्टम ब्लैक लिस्टेड लोगों और घाटी में एक्टिव आतंकियों के कैमरे में आते ही सुरक्षा बलों को अलर्ट करेगा, ताकि तीर्थयात्रियों पर किसी भी तरह के आतंकवादी हमले को रोका जा सके। इसके लिए आतंकियों और संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स की तस्वीरें इस सिस्टम में अपलोड की गई हैं। बालटाल रूट पर भी यह सिस्टम लगाए जा रहे हैं। एफआरएस डिजिटल तस्वीरों या वीडियो से चेहरे एनालिसिस करके, डेटाबेस से मिलाकर व्यक्ति की पहचान करता है।
यह फैसला 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद आया है। बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। तीन जुलाई से नौ अगस्त तक चलने वाली यात्रा पहली बार 38 दिन की हो रही है। नौ अगस्त को छड़ी मुबारक के साथ रक्षाबंधन के दिन पूरी होगी। इस साल यात्रा की अवधि पिछले साल के 52 दिनों के मुकाबले घटाकर 38 दिन कर दी गई है।