आगरा धर्मांतरण का मास्टर माइंड दबोचा, प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप, घर से एक लडक़ी भी मिली

आगरा। आगरा धर्मांतरण केस में पुलिस को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। आगरा पुलिस ने इस गैंग के मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान कुरैशी को दिल्ली के मुस्तफाबाद से गिरफ्तार किया है। अब्दुल रहमान के पास से पुलिस को धर्मांतरण से जुड़ी किताबें मिली हैं। पुलिस ने उसे दिल्ली के जिस घर से गिरफ्तार किया, वहां से एक बालिग लडक़ी भी मिली है, जो नवंबर में हरियाणा के रोहतक से लापता थी। इस बारे में रोहतक पुलिस को सूचित कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने आरोपी अब्दुल रहमान के बेटे को भी हिरासत में लिया है। साथ ही पुलिस अब्दुल रहमान को पूछताछ के लिए आगरा लेकर पहुंची है। जांच में पता चला कि रहमान का गैंग सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है। आगर पुलिस को अब्दुल रहमान के मुस्तफाबाद स्थित घर से धर्मांतरण से जुड़ी बड़ी संख्या में किताबें मिलीं, जो मौलाना कलीम सिद्दीकी ने लिखी थीं, लेकिन बांटता रहमान था। पकड़ा गया अब्दुल रहमान खुद कन्वर्टेड मुस्लिम है। साल 1990 में महेंद्र पाल जादौन से पहले ईसाई बना और फिर कुछ साल बाद मुस्लिम धर्म स्वीकार कर ‘अब्दुल रहमान’ बन गया। यही नहीं, उसकी पत्नी और दोनों बेटों की पत्नियां भी कन्वर्टेड मुस्लिम हैं, जो पहले हिंदू थीं।
वहीं रहमान का भतीजा लंदन से फंडिंग को री-रूट करता था। बता दें कि यूपी में अवैध धर्मांतरण पर पुलिस का शिकंजा कसने के बाद इस काले धंधे की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। यूपी एटीएस ने पहले छांगुर गैंग का साम्राज्य ध्वस्त किया, अब आगरा में सबसे बड़े धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। छह राज्यों में फैले इस गैंग के 11 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। पुलिस उनसे धर्मांतरण रैकेट का राज उगलवाने में जुटी है। आरोपियों के राज उगलने के बाद आगरा की पुलिस दिल्ली के मुस्तफाबाद पहुंची, जहां उसने इस धर्मांतरण रैकेट के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस आरोपी को अपने साथ दिल्ली से आगरा ले गई है और उसके साथ पूछताछ चल रही है।
यूट्यूब चैनल से इस्लाम का प्रचार
पुलिस ने गोवा से आयशा, जयपुर से मोहम्मद अली, कोलकाता से ओसामा, पश्चिम बंगाल से दो, उत्तराखंड से एक, दिल्ली से एक, राजस्थान से तीन और उत्तर प्रदेश से दो लोगों को गिरफ्तार किया था। आयशा और मोहम्मद अली की पूछताछ में रहमान के नाम का खुलासा हुआ। आयशा और मो. अली ने पूछताछ में बताया कि रहमान चचा जैसा कहते, वैसा करते हैं। रहमान यूट्यूब चैनल और पॉडकास्ट के जरिए इस्लामी कट्टरपंथ का प्रचार करता था और हिंदू धार्मिक प्रतीकों का अपमान करता था। ओसामा लड़कियों को इस्लामी बहन बनाने की ट्रेनिंग देता था।