
नई दिल्ली। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुक्रवार को कांग्रेस के ओबीसी सैल द्वारा आयोजित भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना कराने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मेरे काम में एक कमी रह गई। मुझे ओबीसी वर्ग की जिस तरह से रक्षा करनी थी, मैंने नहीं की। 10-15 साल पहले मुझे ओबीसी के मुद्दे गहराई से नहीं समझ आए थे। अगर मुझे पता होता तो मैं उसी वक्त जातिगत जनगणना करवा देता। कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम पहले जाति जनगणना नहीं करा सके। यह कांग्रेस की नहीं, मेरी गलती थी। मैं अब इसे सुधार रहा हूं। आप मेरी बहन प्रियंका से पूछिएगा कि अगर राहुल ने किसी काम के लिए मन बना लिया, तो उस बात को वह छोड़ता नहीं। सम्मेलन में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की।
विदेश से कालाधन लाएंगे। सबको 15-15 लाख देंगे। उन्होंने किसानों को एमएसपी देने और पिछड़े समुदायों की आमदनी बढ़ाने का झूठ बोला। मोदी खुद को ओबीसी बोलते हैं, जबकि वह पहले अपर कास्ट में थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपनी कम्युनिटी को ओबीसी लिस्ट में डाल दिया। ओबीसी के लोगों के बीच कहते हैं कि मैं पिछड़ा वर्ग का हूं, मुझे सताया जाता है, लेकिन अब वह सबको सता रहे हैं।