कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के दौरान बड़ी हिंसा हुई है। हिंसा, झड़प और तनाव के बीच आठ लोगों की हत्या हो गई है, जिसमें की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के तीन कार्यकर्ता भी शामिली हैं। चुनाव के दौरान टीएमसी, भाजपा, कांग्रेस और सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं में झड़प देखने को मिली। हिंसा का आलम ऐसा था कि कई जगह बैलेट पेपर लूटे गए, जलाए गए।
शनिवार को टीएमसी पे आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान दोमकोल में उनके तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई और दो गोली लगने से घायल हो गए हैं। तृणमूल ने ट्वीट किया कि चौंकाने वाली और दुखद घटनाओं से मतदाता समुदाय सदमे में है। रेजीनगर, तुफानगंज और खारग्राम में हमारी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है और दोमकोल में दो लोग गोली लगने से घायल हो गए हैं। तृणमूल ने सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे हैं और जब केंद्रीय बलों की सबसे ज्यादा जरूरत थी तो वे कहां थे।
उन्होंने दावा किया कि ये घटनाएं चुनाव शुरू होने से पहले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में केंद्रीय बलों की ओर से भारी विफलता का संकेत देती हैं। उन्होंने कहा कि बल नागरिकों की रक्षा करने और अपने कर्तव्य को पूरा करने में अपर्याप्त साबित हुए हैं। उन्हें नागरिकों की सुरक्षा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि भाजपा, माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस एक-दूसरे के साथ मिलकर पार्टी के कार्यकर्ताओं से लोगों को परेशान करने और हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, कुछ को मार दिया गया और कई अन्य को घायल है।