बंगलुरु। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने अपने घर में अफगानिस्तान को टी-20 सीरीज में करारी शिकस्त दी। भारतीय टीम ने तीन मैचों की सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले जीतकर सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमा लिया है। अब भारतीय टीम के पास सीरीज में क्लीन स्वीप का मौका है। बता दें कि भारतीय टीम और अफगानिस्तान के बीच सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला बुधवार को बंगलुरु में खेला जाएगा। यदि भारतीय टीम यह मुकाबला जीतती है, तो वो अफगानिस्तान को सीरीज में क्लीन स्वीप से हराएगी यदि ऐसा होता है, तो भारतीय टीम क्लीन स्वीप की एक अनोखी हैट्रिक पूरी कर लेगी। दरअसल, भारत और अफगानिस्तान के बीच यह पहली द्विपक्षीय टी-20 सीरीज खेली जा रही है। ऐसे में अफगानिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम की यह क्लीन स्वीप से जीत बेहद खास होने वाली है।
भारतीय टीम ने इससे पहले किसी टीम के खिलाफ तीन या उससे ज्यादा मैचों की द्विपक्षीय टी-20 सीरीज का आगाज़ करते हुए सिर्फ दो बार ही क्लीन स्वीप से जीत दर्ज की है। सबसे पहले भारतीय टीम ने जनवरी, 2016 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। हालांकि इससे पहले भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक और दो मैचों की तीन सीरीज खेली थी। इसके बाद भारतीय टीम ने दूसरी बार यह उपलब्धि अगस्त 2019 में हासिल की थी। जब वेस्टइंडीज को 3-0 से हराया था। यह सीरीज वेस्टइंडीज और अमरीका की मेजबानी में खेली गई थी। हालांकि भारतीय टीम ने अपने घर में इस तरह (पहली ही सीरीज में) का क्लीन स्वीप अब तक नहीं किया है। यदि तीसरे टी20 मैच में भारतीय टीम अफगानिस्तान को शिकस्त देती है, तो वो किसी टीम के खिलाफ पहली ही सीरीज में अपने घर में पहली बार क्लीन स्वीप करेगी। साथ ही ओवरऑल इस तरह क्लीन स्वीप की यह अनोखी हैट्रिक भी पूरी हो जाएगी।
15 सीरीज से घर में नहीं हारी टीम इंडिया
भारतीय टीम अपने घर में पिछली 15 टी-20 द्विपक्षीय सीरीज में हारी नहीं है। 15वीं सीरीज अफगानिस्तान के खिलाफ खेली जा रही है। भारतीय टीम को आखिरी बार फरवरी, 2019 में हार झेलनी पड़ी थी। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को दो मैचों की टी20 सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया था। इसके बाद से यानी जून, 2019 के बाद से भारतीय टीम ने एक भी टी-20 सीरीज नहीं गंवाई है।
भारतीय टीम— रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जयसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, आवेश खान और मुकेश कुमार।
अफगानिस्तान टीम— इब्राहिम जादरान (कप्तान), रहमानुल्लाह गुरबाज (विकेटकीपर), इकराम अलिखिल (विकेटकीपर), हजरतुल्लाह जजई, रहमत शाह, नजीबुल्लाह जादरान, मोहम्मद नबी, करीम जनत, अजमतुल्लाह उमरजई, शराफुद्दीन अशरफ, मुजीब-उर-रहमान, फजलहक फारूकी, फरीद अहमद, नवीन-उल-हक, नूर अहमद,
मोहम्मद सलीम, कैस अहमद और गुलबदीन नायब।