विशाखापत्तनम: यशस्वी जायवाल (209) के शानदार दोहरे शतक के बाद जसप्रीत बुमराह (45 रन पर छह विकेट) के कातिलाना प्रहार से भारत ने शनिवार को यहां दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पकड़ मजबूत कर ली। भारत ने पहली पारी में 396 रन बनाए जिसके जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 253 रन पर सिमट गई। दिन के खेल की समाप्ति तक मेजबान टीम अपनी दूसरी पारी में बगैर नुकसान के 28 रन बना चुकी थी। कप्तान रोहित शर्मा 13 रन और यशस्वी जायसवाल 15 रन बना कर क्रीज पर डटे थे। भारत की कुल लीड अब तक 171 रनों की हो चुकी है। भारतीय बल्लेबाजों की कोशिश तीसरे दिन लीड को 400 रन के पार पहुंचाने की होगी ताकि मेहमान टीम पर खासा दवाब बनाया जा सके।
आज के खेल का मुख्य आकर्षण युवा यशस्वी का दोहरा शतक रहा। बल्लेबाजी के लिए कठिन माने जानी वाली पिच पर मुबंई के बल्लेबाज ने असाधारण खेल का मुजाहिरा किया और करियर का पहला दोहरा शतक ठोक दिया।उन्होने इंग्लिश स्पिनर शोएब बशीर की गेंद पर एक छक्का और एक चौका लगाकर 277 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया। वह यह गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय भी बन गए। दोहरा शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय विनोद कांबली हैं, जिन्होंने 1993 में वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 21 साल और 35 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
भारतीय कप्तान ने रिवर्स स्विंग की उम्मीद में जसप्रीत बुमरा को गेंद थमायी और उन्होने जो रूट को पहली स्लिप में शुबमन गिल के हाथों आउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने ओली पोप को यॉर्कर से क्लीन बोल्ड कर दिया। बुमराह यहीं नहीं रुके और उन्होने जॉनी बेयरस्टो (25) और कप्तान बेन स्टोक्स (47) को चलता कर इंग्लैंड की मुश्किलों में इजाफा किया। आखिरी के दो बल्लेबाज टॉम हार्टली (21) और जेम्स एंडरसन (6) भी बुमराह के शिकार बने। दूसरे छोर पर कुलदीप यादव (71 रन पर तीन विकेट) ने रन लुटाने के बावजूद विपक्षी टीम पर दवाब बनाये रखा।
इससे पहले जयसवाल ने अपना करिश्माई पहला टेस्ट दोहरा शतक बनाया जबकि ओवरनाइट बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन ने कुछ शानदार चौके लगाए, लेकिन एंडरसन ने उन्हे स्टंप के पीछे बेन फॉक्स के हाथों कैच करा दिया। जयसवाल ने स्पिनरों के खिलाफ जोखिम भरे मौके लेने शुरू कर दिए, लेकिन इंग्लैंड रन रेट को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहा। एंडरसन ने रफ्तार पर परिवर्तन करते हुये यशस्वी की यादगार पारी का अंत किया। वह जॉनी बेयरस्टो के हाथों कैच आउट हो गए। भारत की पुंछल्ले बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के आगे ज्यादा देर तक नहीं टिक सके।