
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग सरकार के इशारे पर ईमानदारी से चुनाव नहीं करा रहा है और अगर वह पारदर्शी तरीके से काम करे तो भाजपा एक भी चुनाव नहीं जीत सकती है। राहुल गांधी और श्रीमती वाड्रा ने रविवार को यहां रामलीला मैदान में पार्टी की ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ नाम से आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में इस समय सत्य और असत्य के बीच लड़ाई हो रही है। कांग्रेस सच्चाई के रास्ते पर है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) असत्य की राह पर चलकर सिर्फ चुनाव जीतने की साजिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सत्य को महत्व देते थे और कांग्रेस उनके दिखाए सत्य के रास्ते पर चल रही है लेकिन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कहते हैं कि सत्य नहीं ‘सत्ता’ जरूरी है। उनके लिए झूठ ही सब कुछ है और असत्य के सहारे सत्ता का सुख भोग रहे हैं। भाजपा वोट चोरी करती है और चुनाव के समय दस हजार रुपये हर वोटर को देकर चुनाव जीतने का रास्ता सुगम बनाती है। चुनाव के समय दस हजार रुपये मतदाताओं को देना सबसे बड़ी वोट चोरी है।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा देश के विभिन्न राज्यों में वोट चोरी कर चुनाव जीत रही है। असत्य के रास्ते पर चल रही हैं लेकिन अंत में सत्य की ही जीत होनी है, भले ही इसमें कुछ देर हो जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झूठ के कारण इनका आत्मविश्वास डगमगा रहा है क्योंकि वे समझ गए हैं कि उनकी वोट चोरी की साजिश पकड़ी गई है। पूरे देश को इस सच का पता लगने वाला है इसलिए दोनों घबराए हुए हैं और उनका आत्मविश्वास खत्म हो रहा है।
इससे पहले प्रियंका वाड्रा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा “आज संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं, न्यायपालिका दबाव में है, कांग्रेस का बैंक अकाउंट बंद करवा देते हैं, कांग्रेस नेताओं को बिना प्रमाण के परेशान किया जा रहा है। ईडी को भेजा जा रहा है, छापे की कार्रवाई की जा रही हैं, सरकार किसी की सुनने को तैयार नहीं है, एसआईआर पर चर्चा करवाने की मांग की तो नहीं माने, आखिर में दबाव में आकर माने।”
उन्होंने कहा कि भाजपा अगर बैलेट पर चुनाव लड़े, वोट चोरी न करें तो वह एक भी चुनाव नहीं जीत सकती है। चुनाव आयोग के बिना भाजपा चुनाव जीत ही नहीं सकती है। चुनाव आयोग सरकार की मदद कर रहा है और लोकतंत्र को खत्म रहा है। चुनाव की घोषणा से लेकर वोटर लिस्ट, मतदान, मतगणना, ईवीएम सबका इस्तेमाल आयोग भाजपा को मदद पहुंचाने के लिए कर रहा है। जनता का विश्वास भाजपा से, सरकार से, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से हट चुका है। उन्होंने सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि यहां सिर्फ संवैधानिक संस्थाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही है और चुनाव आयोग जैसी संस्था सरकार की गैर जिम्मेदार तरीके से मदद कर रही है। उसकी इस हरकत को इतिहास माफ नहीं करेगा।







