पोरबंदर। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय खतरनाक रूप लेकर गुरुवार देर शाम को 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ से टकराया। तेज हवाओं के कारण इन इलाकों में हजारों पेड़ और खंभे ताश के पत्तों की तरह गिरने लगे। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे गुजरात के लिए भारी बताए हैं। मौसम विज्ञान ने बताया कि लैंडफॉल शुक्रवार तडक़े तक जारी रहेगा और इस दौरान हवाओं की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। चक्रवात के खतरे को देखते हुए 95 हजार से ज्यादा लोगों को तटीय इलाकों से पहले ही रेस्क्यू किया जा चुका है। कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन-नॉर्थ वेस्ट के इंस्पेक्टर जनरल एके हरबोला ने बताया कि हमने गुजरात में 15 जहाज और सात एयरक्राफ्ट तैयार रखे हैं। एनडीआरएफ की 27 टीमें भी तैनात हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के अलावा 10 अन्य राज्यों में इस तूफान का असर देखा जा रहा है। इनमें राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, लक्षद्वीप, केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय शामिल हैं। यहां के कई इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है। गुजरात मौसम विभाग ने बताया कि यह तूफान दक्षिणी अरब सागर में बनने के बाद गुजरात तट के करीब पहुंचने तक कई बार रास्ता बदलता रहा है। इससे इसकी तीव्रता में उतार-चढ़ाव आता रहा है। अभी इसकी तीव्रता खतरनाक है। गुजरात के प्रभावित आठ जिलों से 95 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। अकेले कच्छ से ही 48 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया है।