ताजा खबरस्वास्थ्य

योग रखे निरोग : योग करने से शरीर रहता है स्वस्थ और तंदुरुस्त

योग स्वस्थ जीवन व्यतीत करने की कला तथा विज्ञान है। योग करने का मकसद आत्मज्ञान की प्राप्ति तथा सभी प्रकार की शारीरिक परेशानियों को दूर करना है। योग मनुष्य के मन और आत्मा की अनंत क्षमता को बढ़ाकर आत्मज्ञान की प्राप्ति करवाता है। योग करने से हमें अच्छी नींद आती है तथा हमारा शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है। योग से हमें शांति तथा आनंद प्राप्त होता है। योग से हमारा मस्तिष्क एकाग्रचित होकर काम करता है तथा हमारे मन में अच्छे विचारों का निवास होता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ, लचीला तथा शक्तिशाली भी बनाए रखता है। योग करने से आप खुद को कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं। स्वस्थ जीवन जीने के लिए अच्छे खान-पान के साथ योग करना बहुत जरूरी है। योग करने से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसलिए जरूरी है कि आप हर सुबह उठकर योग करें। जानिए योग का और क्या-क्या महत्त्व है।

फिटनेस

योग से शारीरिक तंदुरुस्ती तो आती ही है, लेकिन सबसे ज्यादा मानसिक शांति मिलती है। इससे मन शांत रहता है एवं तनाव कम होता है। साथ ही यह शरीर की सभी क्रियाओं को नियंत्रित भी करता है।

शरीर स्वस्थ रहता है

योग से शरीर में ब्लड का प्रवाह नियंत्रित रहता है, जिससे शरीर में चुस्ती आती है, जो कि हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है, जिससे शरीर के विकार दूर होते है और रोगियों को इससे आराम मिलता है। साथ ही सकारात्मकता का भाव प्रवाहित होता है।

वजन कम होता है

योग की सबसे प्रभावशाली विधा है सूर्य नमस्कार, जिससे शरीर में लचीलापन आता है। रक्त का प्रवाह अच्छा होता है। शरीर की अकडऩ, जकडऩ में आराम मिलता है। योग से वजन नियंत्रित रहता है।

मानसिक शांति

योग से मन शांत रहता है। दिमाग दुरुस्त होता है, जिससे सकारात्मक विचार का प्रवाह होता है। सकारात्मक भाव से जीवन का नजरिया बदल जाता है। इस तरह योग से मनुष्य का मनोविकास होता है।

मनोबल बढ़ता है

योग से मनुष्य में आत्मबल बढ़ता है, कान्फिडेंस आता है। जीवन के हर क्षेत्र में कार्य में सफलता मिलती है। मनुष्य हर परिस्थिति से लडऩे के काबिल होता है। साथ ही जीवन की चुनौतियों को उत्साह से लेता है।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है

योग से मैटाबॉलिज्म दुरुस्त होता है और श्वसन क्रिया संतुलित होती है जिससे मनुष्य में रोगों से लडऩे की क्षमता बढ़ती है। योग एवं ध्यान में बड़ी से बड़ी बीमारी के लिए उपाय हंै।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *