इस्लामाबाद। आर्थिक मंदी से जूझ रहे पाकिस्तान में इस समय बिजली के बिल आसमान छू रहे हैं। यहां एक यूनिट बिजली 64 रुपए में मिल रही है। बिजली की बढ़ती दरों को लेकर जनता में हाहाकार मचा हुआ है, लोग आत्महत्या करने तक को मजबूर हो रहे हैं। मजबूरन लोगों को बिजली बिलों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। लेकिन सरकार राहत देने की बजाय प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर रही है। पंजाब प्रांत के शहर गोजरा में पुलिस ने बिजली बिलों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले 158 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। प्रदर्शनकारियों ने गोजरा और टोबा टेक सिंह इंटरचेंज के बीच का रास्ता अवरुद्ध कर दिया है।
एससीसीआई के अध्यक्ष साजिद हुसैन तर्रार ने सरकार से बिजली दरों में बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की। व्यापारियों ने दो सितंबर को बंद हड़ताल करने की भी धमकी दी। नागरिकों ने कलमा चौक पर चिचावतनी-राजना रोड पर यातायात अवरुद्ध कर दिया। उन्होंने बिल फूंके और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सरगोधा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और जिला बार एसोसिएशन द्वारा एक संयुक्त रैली निकाली गई, जबकि बड़ी संख्या में आम जनता भी इसमें शामिल हुई। इसके अलावा, पीपीपी कार्यकर्ता भी बढ़े हुए बिलों के खिलाफ आज फव्वारा चौक पर सड़कों पर उतरे। व्यापारियों ने बुधवार को पूर्ण हड़ताल रखने का एलान किया है। मरकजी अंजमन-ए-ताजीरन और पीएमएल-एन के चौधरी फैयाज जफर, पीपीपी के डॉ. जहान जेब, पीटीआई के अब्दुल शकूर ताहिर सहित राजनीतिक दलों के नेताओं ने वीनस चौक से गोले चौक तक एक रैली का नेतृत्व किया।