नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी पार्टी में भगवान राम को लेकर कुछ लोगों के मन में घृणा होने की बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को गाजियाबाद में कहा कि मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं, जो भगवान राम से नफरत करते हैं। ये नेता हिंदू शब्द से भी नफरत करते हैं, वे हिंदू धार्मिक गुरुओं का अपमान करना चाहते हैं। उन्हें पसंद नहीं है कि पार्टी में एक हिंदू धार्मिक गुरु ऐसा होना चाहिए। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि जो राम से नफरत करता हो वह हिंदू नहीं हो सकता… राम मंदिर को रोकने के जो प्रयास हुए हैं उसे सारी दुनिया जानती है… राम से नफरत कौन करता है और राम के प्रति श्रद्धा किसकी है? मुझे नहीं लगता कि इस रहस्य पर कोई परदा है… पार्टी का हिस्सा होने का मतलब ये नहीं है कि सच को सच और झूठ को झूठ न कहा जाए… मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं, जिन्हें राममंदिर से ही नहीं राम से भी नफरत है…।
पार्टी स्टार प्रचारक की लिस्ट में नाम न होने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि नाराजगी का कोई कारण नहीं है। हो सकता है कांग्रेस को हिंदुओं के समर्थन की जरूरत न हो या किसी हिंदू धर्म गुरु को स्टार प्रचारक बनाने का जो उद्देश्य होता है, उन्हें उसमें कोई कमी नजर आ रही हो। ये पार्टी का निर्णय है। कृष्णम ने कहा कि मंदिर जाने से कोई हिंदू नहीं बन जाता या सिर्फ मस्जिद में जाने से कोई मुसलमान नहीं बन जाता…। जो ईसा मसीह में विश्वास नहीं करता, वह ईसाई नहीं हो सकता।