जानिए… सर्दियों में फिट रहने के टिप्स…
सर्दियों का मौसम कुछ लोगों के लिए कई तरह की शारीरिक, मानसिक समस्याओं का कारण बनता है। शुष्क सर्द हवाएं और वातावरण में मौजूद वायरस हमें कई बीमारियों के प्रति संवेदनशील भी बनाते हैं। लेकिन इस मौसम के सकारात्मक पहलुओं को नकारा नहीं जा सकता जिनका प्रभाव हमारी सेहत पर काफी लंबे समय तक रहता है। ठंड के दिनों की शुरुआत में तापमान परिवर्तन के साथ रहन-सहन में भी बदलाव आते हैं, जिनके लिए कई बार हम तैयार नहीं होते जिसकी वजह से कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। जबकि स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार अपनाकर शरीर की मैटाबॉलिज्म दर को सुचारू रखा जा सकता है।
व्यवस्थित जीवनशैली
शरीर वॉर्म रखें
इसके लिए सिर से पैर तक गर्म कपड़े पहनें। खासकर बाहर जाते हुए किसी तरह की लापरवाही न बरतें। मोटे, भारी भरकम कपड़ों के बजाय इंसुलेटिड लेयर वाले ढीले ढाले कपड़े पहनें। ज्यादा लेयर में कपड़े पहनने से हीट स्टोर रहेगी और शरीर गर्म रहेगा। वूलन के नीचे सूती कपड़े जरूर पहनें ताकि स्किन पर एलर्जी न हो। ठंडी हवा के एक्पोजर से इस मौसम में सर्दी, जुकाम होने की संभावना रहती है। सर्दियों में धूप सेंकना बहुत जरूरी है। धूप न सेंकने से शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है।
नियमित एक्सरसाइज
हालांकि फिट रहने के लिए नियमित रूप से कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। लेकिन एक्सरसाइज के लिए मौसम की स्थिति का ध्यान रखें। अधिक धुंध या ठंड ज्यादा हो तो बाहर न जाकर घर पर ही एक्सरसाइज करें। यदि जाना ही है तो खुद को पूरी तरह कवर करके जाएं। बहुत सुबह और देर शाम में जाने से बचें। इस मौसम में ब्रिस्क वॉक, रनिंग या जिम के बजाय घर पर नार्मल वॉक, वार्म अप, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। अधिक देर तक बैठे या लेटे न रहें। अगर बैठकर काम करना जरूरी है तो हर आधे घंटे बाद सीट से उठें और 4-5 मिनट के लिए टहलें या हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। एक्टिव रहने के लिए रोजाना योग निद्रा, भ्रामरी प्राणायाम, सूर्य नमस्कार जैसे योगासनों का अभ्यास करें। इनसे शरीर का शारीरिक, मानसिक सिस्टम ठीक होता है और व्याधियां दूर होती हैं। ध्यान रखें कि योगासन करते समय जल्दबाजी न करें। हर आसन करने के बाद 5 सेकंड का ब्रेक लें और डीप ब्रीदिंग करें।
संतुलित और पौष्टिक आहार
जो अच्छा लगता है, वो खाएं। लेकिन ओवर ईटिंग से बचें। सर्दियों में मैटाबॉलिज्म रेट अच्छा होने के कारण भूख अच्छी लगती है और डायजेशन अच्छी हो जाती है। जहां तक हो सके ड्राई फ्रूट्स, अश्वगंधा, हल्दी वाला दूध जैसी इम्युनिटी बूस्टर चीजों का सेवन करें। फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज जैसे पौष्टिक आहार का सेवन करें। कोशिश करें कि आहार में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हों।