पुरी। ओडिशा के पुरी में शनिवार को भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान एक श्रद्धालु की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। यह घटना पुरी के बड़ा डांडा में हुई। बताया जा रहा है कि यह घटना भगवान बलभद्र के रथ को खींचने के दौरान हुई, जिसे सबसे पहले खींचा गया था। भीड़ ज्यादा होने की वजह से भक्त आपस में खींच-तान करने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई और 400 से अधिक श्रद्धालु जमीन पर गिर गए। एक भक्त की सांस रुकने से मौत हो गई। घायल श्रद्धालुओं को प्रशासन की टीम ने तुरंत पुरी मुख्य अस्पताल पहुंचाया। उसके बाद 50 से अधिक श्रद्धालुओं को मामूली चोट आने के कारण छुट्टी दे दी गई। अन्य श्रद्धालुओं का अभी इलाज चल रहा है।
एक श्रद्धालु की जान चली गई है, जो कि ओडिशा के बाहर का बताया जा रहा है। इससे पहले पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने अपने शिष्यों के साथ भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के दर्शन किए और पुरी के राजा ने ‘छेरा पहानरा’ (रथ साफ करने) की रस्म पूरी की, जिसके बाद शाम करीब 5:20 बजे रथ खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई। रथों में लकड़ी के घोड़े लगाए गए और सेवादारों ने भक्तों को रथों को सही दिशा में खींचने के लिए मार्गदर्शन किया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीनों रथों की परिक्रमा की और देवताओं के सामने माथा टेका। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी भक्तों के साथ देवी सुभद्रा का रथ खींचा। बता दें कि 53 साल बाद इस साल पुरी की रथयात्रा दो दिनों की है। यात्रा का पहला दिन सूर्यास्त के साथ रविवार पूरा हो गया। सोमवार सुबह नियमित पूजा-पाठ के बाद करीब नौ बजे से रथयात्रा फिर शुरू होगी। सबसे पहले बलभद्र का रथ खींचा गया है। इसके बाद सुभद्रा और जगन्नाथ जी का रथ खींचा गया।