जम्मू। हाल के सप्ताहों में आतंकवादी हमलों के परिप्रेक्ष्य में सुरक्षाबलों ने ‘ऑपरेशन ऑल-आउट’ शुरू किया है और इसके लिए करीब तीन हजार अतिरिक्त जवानों को यहां भेजा जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CRPF) के साथ मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन ऑल-आउट’ शुरू करने की संयुक्त रणनीति बनाई है। इस अभियान के तहत करीब 300 अतिरिक्त सैनिकों को जम्मू क्षेत्र में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारी के अनुसार अनुमान है कि 40 से 50 आतंकवादी जम्मू में सीमाओं के माध्यम से भारतीय क्षेत्र में घुस आए हैं और इन क्षेत्रों में समूहों में सक्रिय हैं।
उन्होंने बताया कि डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों के वन क्षेत्रों में छिपे आतंकवादियों की तलाश के लिए ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) के सदस्य भी सुरक्षा बलों में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा सैनिकों की अतिरिक्त तैनाती के साथ ही आतंकवादियों की तलाश और उन्हें खत्म करने के लिए पैरा-कमांडो भी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ऑल-आउट और अतिरिक्त जवानों की तैनाती आवश्यक हो गई है क्योंकि आतंकवादी जम्मू क्षेत्र के घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों में छिपने की जगह ढूंढते हैं। गत नौ जून को केंद्र में नई सरकार के सत्ता में आने के बाद से कई आतंकवादी हमले हुए हैं। ये हमले रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में किए गए हैं तथा इसके लिए पहाड़ी इलाकों को चुना गया है, जहां से आतंकवादियों को पास के जंगलों और पहाड़ों की वजह से भागने में आसानी होती है।