मुंबई। पूर्व आईएएस ट्रेनी अधिकारी पूजा खेडकर ने शुक्रवार को एक बार फिर से दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने गुहार लगाई कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के उनके 12 प्रयासों में से सात को नजरअंदाज किया जाए। इसे लेकर खेडकर ने अपनी शारीरिक विकलांगता का हवाला दिया।
पूजा खेडकर की ओर से दायर एफिडेविड में कहा गया कि परीक्षा में आरक्षण के लिए कैंडीडेट का 40 फीसदी दिव्यांग होना जरूरी है। मैं 47 फीसदी दिव्यांग हूं। इसलिए परीक्षा में मेरे सिर्फ दिव्यांग कैटेगरी में दिए गए अटेंप्टस को गिना जाए।