
नई दिल्ली। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने पर विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष कार्यपालिका और न्यायपालिका के मुद्दे पर इस मीटिंग पर सवाल उठा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) और वरिष्ठ वकीलों ने न्यायपालिका की स्वतंत्रता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने कहा है कि इससे ज्यूडिशरी की निष्पक्षता पर सवालिया निशान खड़े होते हैं। राउत ने कहा कि जब संविधान के रक्षक इस तरह राजनीतिक नेताओं से मिलते हैं, तो ज्यूडिशरी की निष्पक्षता पर संदेह पैदा होता है। मौजूदा समय में महाराष्ट्र सरकार से जुड़े मामले की सुनवाई, सीजेआई की अगवाई वाली बेंच कर रही है। ऐसे में यह मुलाकात न्यायपालिका की स्वतंत्रता को खतरे में डालती है। सीजेआई को अब महाराष्ट्र से जुड़े मामले से खुद को अलग कर लेना चाहिए।