केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग का त्रिदिवसीय वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन का आरम्भ

लखनऊ । केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग का तीन दिवसीय क्षेत्रीय वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन आज दिनांक 15 जून, 2025 को द रेग्नेंट होटल, निराला नगर लखनऊ में प्रारंभ हुआ। सम्मेलन में लखनऊ संभाग के 48 केंद्रीय विद्यालयों के प्राचार्य प्रतिभागिता कर रहे हैं ।सम्मेलन का उद्घाटन लखनऊ संभाग की उपायुक्त सोना सेठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथियों के स्वागत एवं सरस्वती वंदना के साथ प्रारंभ हुआ।
सोना सेठ, उपायुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग ने अपने उद्घाटन भाषण में लखनऊ संभाग के विभिन्न विद्यालयों द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों के लिए विद्यालयों की सराहना की तथा यह आशा व्यक्त की कि यह सम्मेलन निश्चित रूप से शिक्षण अधिगम लक्ष्यो को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका सिद्ध करेगा।
उन्होंने अपेक्षा की कि समस्त विद्यालयों मैं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रभावी क्रियान्वयन, एवं विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित हो।
इसी क्रम में अर्चना जायसवाल सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग द्वारा शैक्षणिक प्रदर्शन, विश्लेषण एवं वर्तमान सत्र के लिए प्रभावी योजना पर चर्चा की गई। इसके पश्चात अनूप अवस्थी सहायक आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, पीएम श्री योजना का क्रियान्वयन ,विद्यालयों में विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण शिक्षा के प्रोत्साहन, विद्यालयों द्वारा अपनाई जाने वाली बेस्ट प्रैक्टिस आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। श्रीमती सोना सेठ द्वारा प्रशासनिक मामलों पर प्रकाश डाला गया।
कल दिनांक 16 6.2025 को केंद्रीय विद्यालय संगठन मुख्यालय के उपायुक्त (शैक्षणिक) एवं सहायक आयुक्त मनोज कुमार पांडे द्वारा विभिन्न शैक्षणिक ,समागम पोर्टल एवं आईटी विषयों पर चर्चा की जाएगी। राजभाषा, खेलकूद कौशल शिक्षा एवं वित्तीय मामलों पर क्रमशः विजय कुमार सहायक आयुक्त ,केंद्रीय विद्यालय संगठन लखनऊ संभाग एवं वित्त अधिकारी, एमपी सिंह द्वारा सत्र लिए जाएंगे।
कार्यशाला के अंतिम दिन निधि पांडे, आयुक्त केंद्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी । वह लखनऊ संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के साथ-साथ प्राचार्य से विभिन्न बिंदुओं पर इंटरेक्ट करेगी।
इस वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन में केन्द्रीय विद्यालयों में गत वर्ष की अकादमिक विभिन्न शैक्षिक एवं अन्य गतिविधियों की समीक्षा के साथ ही वर्तमान सत्र की आगामी रणनीति तथा रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।