
तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला और संघ की इजरायल के यहूदियों से तुलना करते हुए दोनों को ‘जुड़वां भाई’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों कई बातों पर एकमत हो सकते हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने यह टिप्पणी कन्नूर में पूर्व माकपा राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन की स्मृति सभा में की। आरएसएस के शताब्दी समारोह मनाने के केंद्र सरकार के कदम की आलोचना करते हुए पी विजयन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आरएसएस पर डाक टिकट और 100 रुपए का सिक्का जारी करना हमारे संविधान का घोर अपमान है। उन्होंने कहा कि ये सम्मान एक ऐसे संगठन को प्रभावी रूप से वैधता प्रदान करते हैं, जिसने आजादी की लड़ाई से दूरी बनाए रखी और एक विभाजनकारी विचारधारा को बढ़ावा दिया।
उन्होंने अपने पोस्ट में संघ के सम्मान को सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति और उनके द्वारा देखे गए धर्मनिरपेक्ष, एकीकृत भारत पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल एक सिक्का या डाक टिकट जारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इतिहास को फिर से लिखने और हमारे सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति का अपमान करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई संविधान में निहित मूल्यों को कमजोर करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला राष्ट्र की सामूहिक स्मृति पर हमला है।
प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप का विनम्र सेवक बताया
उन्होंने न सिर्फ संघ को अपना निशाना बनाया, बल्कि पीएम मोदी की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने पीएम को डोनाल्ड ट्रंप का विनम्र सेवक बताया। सीएम ने कहा कि इस बात का पता ऐसे चलता है कि जब ट्रंप प्रशासन ने हथकड़ी लगाकर देशवासियों को भारत वापस भेजा था, वीजा शुल्क भी बढ़ाया था, उस समय मोदी ने ट्रंप के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा। सीएम ने कहा कि इतना ही नहीं, बल्कि जब ट्रंप ने हमारे देश की वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाया था, तब भी उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सीएम ने कहा कि देश में हमने कुछ ऐसे शासक देखे हैं, जो विनम्र सेवक बन जाते हैं।