
बीजिंग। अमरीका और चीन के बीच ट्रेड वॉर फिर से शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मंगलवार को चीन ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए अमरीकी जहाजों पर बंदरगाह शुल्क लगाने की घोषणा की। यह फैसला तब लिया गया, जब अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क थोपने का ऐलान किया, जिससे चीन पर कुल शुल्क 130 प्रतिशत तक पहुंच गया। चीन ने मंगलवार को कहा कि उसके बंदरगाहों पर पहुंचने वाले अमरीकी जहाजों के लिए विशेष बंदरगाह शुल्क लागू किए जाएंगे। यह कदम वाशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़ते व्यापारिक विवाद के बीच उठाया गया है। चीन का कहना है कि ये विशेष शुल्क चीनी शिपिंग क्षेत्र और कंपनियों के वैध हितों की सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं, साथ ही अंतरराष्ट्रीय शिपिंग में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने के मकसद से। चीन के परिवहन मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इन शुल्कों के दायरे में वे जहाज आते हैं, जिनके मालिकाना हक या संचालन में अमरीकी कंपनियों, संस्थाओं या व्यक्तियों की सीधी या अप्रत्यक्ष 25 प्रतिशत या इससे अधिक हिस्सेदारी हो। इसमें सभी अमरीकी झंडे वाले जहाज और अमरीका में बने जहाज भी शामिल हैं।