
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गुजरात के भुज में बीएसएफ के 61वें स्थापना दिवस पर देश की सुरक्षा और मतदाता सूची में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) अभियान पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि मोदी सरकार का संकल्प बिलकुल स्पष्ट है- हम देश में मौजूद हर एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बाहर निकालेंगे। शाह ने दावा किया कि कुछ राजनीतिक दल एसआईआर का विरोध इसलिए कर रहे हैं, ताकि घुसपैठियों के नाम मतदाता सूची में बने रहें।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ देश की सीमाओं पर घुसपैठ रोक रही है और एसआईआर उसी दिशा में लोकतंत्र की सुरक्षा का एक बड़ा कदम है। यह बयान ऐसे समय आया है, जब एक दिन पहले ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर एसआईआर को तुरंत रोकने की मांग की थी। ममता ने इसे ‘अव्यवस्थित, खतरनाक और दमनकारी’ बताते हुए कहा कि बंगाल में यह प्रक्रिया बेहद चिंताजनक स्तर तक पहुंच चुकी है। शाह ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि एसआईआर मतदाता सूची का ‘शुद्धिकरण’ है और लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए बेहद आवश्यक है।







