
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने तमिलनाडु और गुजरात में वोटर लिस्ट के एसआईआर के बाद शुक्रवार को संशोधित मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी कर दिया। तमिलनाडु के सभी 38 जिलों में एसआईआर की प्रक्रिया के बाद राज्य में मौजूद 6.41 करोड़ मतदाताओं में 97 लाख से अधिक नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। सबसे अधिक मतदाता कोयंबटूर में हटाए गए हैं, जिसकी संख्या करीब 65 लाख है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में कुल 97.40 लाख नामे काटे गए हैं, जिसमें 53 लाख लोगों को स्थानांतरण की वजह से हटाया गया है। इसके अलावा 27 लाख मृतक लोगों के नाम, 13.6 लाख लोगों को गायब रहने के कारण, 3.98 लाख लोगों को डुप्लीकेट मतदाता होने के कारण और 16,400 लोगों को अन्य कारणों से हटाया गया है। वहीं गुजरात में भी बड़ी तादाद में वोटर लिस्ट से लोगों के नाम हटाए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद 73 लाख से ज्यादा नाम हटाए गए।
पहले राज्य में पांच करोड़ 08 लाख 43 हजार 436 मतदाता दर्ज थे, जो संशोधन के बाद घटकर 4 करोड़ 34 लाख 70 हजार 109 रह गए। यानी एसआईआर अभियान के दौरान कुल 73 लाख 73 हजार 327 नाम वोटर लिस्ट से बाहर किए गए। आंकड़ों के मुताबिक, 18 लाख 7 हजार 278 नाम मृत मतदाताओं के पाए जाने पर हटाए गए, 9 लाख 69 हजार 662 नाम ऐसे लोगों के थे, जो वास्तव में मौजूद ही नहीं पाए गए, 40 लाख 25 हजार 553 नाम स्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके मतदाताओं के थे, 3 लाख 81 हजार 470 नाम दो जगह वोटर रजिस्ट्रेशन यानी डुप्लीकेट पाए जाने पर हटाए गए, जबकि 1 लाख 89 हजार 364 नाम अन्य कारणों से वोटर लिस्ट से बाहर किए गए। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि यह प्रक्रिया अभी अंतिम नहीं है। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद अब मतदाताओं को 18 जनवरी तक दावों और आपत्तियों के लिए मौका दिया गया है।







