अमेरिका: कर्ज संकट को सुलझाने की बातचीत फिलहाल किसी नीते पर नहीं पहुंची
अमेरिका में कर्ज संकट को सुलझाने की बातचीत किसी नतीजे की ओर बढ़ती नहीं दिख रही है. दरअसल, डेट सीलिंग को बढ़ाने के लिए रिपब्लिकन सांसदों और सरकार के बीच बातचीत गुरुवार को उस समय और मुश्किल में पड़ती दिखाई दी, जब ये सांसद सप्ताहांत की छुट्टियां बिताने वॉशिंगटन से बाहर चले गए.
डेट सीलिंग न बढ़ाने से अमेरिका के सामने अगले कुछ दिनों में डिफॉल्ट का ख़तरा है. इसके असर से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल मच सकती है.
हालांकि सांसदों के वॉशिंगटन के बाहर जाने के बीच स्पीकर केविन मैकार्थी ने कहा कि उन्होंने बातचीत करने वाली टीम से कहा है वो इस संकट को टालने के लिए रात-दिन काम करें.
मैकार्थी ने कहा, “जो बाइडन की टीम से बातचीत में हर घंटा मायने रखता है क्योंकि दोनों टीम के बीच बजट पर सहमति की कोशिश हो रही है.”
रिपब्लिकन खर्चों में ज्यादा कटौती की मांग कर रहे हैं लेकिन डेमोक्रेट्स इसका विरोध कर रहे हैं.
मैकार्थी ने पत्रकारों से कहा, “हम रात-दिन बातचीत कर रहे हैं. हम डेट सीलिंग संकट को टालने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.”
क्या है डेट सीलिंग?
डेट सीलिंग दरअसल वह अधिकतम रक़म है, जिसे अमेरिकी सरकार अपने ख़र्चे पूरे करने के लिए उधार ले सकती है, यह रक़म अमेरिकी कांग्रेस यानी संसद तय करती है.
ज़्यादातर जानकारों का मानना है कि अमेरिका का ‘डेट सीलिंग’ का संकट आर्थिक कम और राजनीतिक ज़्यादा है.
हालांकि ज़्यादातर विशेषज्ञों का यही मानना है कि अमेरिका डिफ़ॉल्टर नहीं होगा और मौजूदा गतिरोध का हल निकल आएगा क्योंकि मामले को नहीं सुलझाया गया तो इसके नतीजे भयावह हो सकते हैं.