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चित्रकूट: आपदा के समय सामंजस्य स्थापित करने हेतु NDRF टीमें विभिन्न एजेंसियों के साथ कर रही है संयुक्त मॉक अभ्यास
चित्रकूट। आपदा जोखिम और नवीनीकरण हेतु उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में वाराणसी की 11 एनडीआरएफ टीमें विभिन्न एजेंसियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने हेतु संयुक्त मॉक अभ्यास का आयोजन कर रही हैं। उसी कड़ी में आज चित्रकूट जनपद में निरीक्षक आर. बी. गौतम के नेतृत्व में 30 सदस्यीय एन.डी.आर.एफ. टीम, ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) के अन्य सभी हितधारकों द्वारा संयुक्त रूप से बाढ़ आपदा पर एक मॉक अभ्यास आयोजित किया गया।
मॉक अभ्यास के दौरान मंदाकिनी नदी के जल स्तर पर वृद्धी होने से ग्राम-सरधुआ, तहसील- राजापुर के पास कुछ लोगों के बाढ़ में फंसे होने तथा रामघाट पर एक बोट पलटने के परिदृश्य का प्रदर्शन किया गया। तदनुसार, ग्राम प्रधान द्वारा ई.ओ.सी. (Emergency Operation Centre) को घटना के बारे में सूचित किया गया। जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। घटना स्थल पर पहुँच कर टीम ने ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए तथा स्थानीय प्रशासन से घटना की सम्पूर्ण जानकारी लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए अपने रेस्क्यू मोटर बोट के माध्यम से मंदाकिनी नदी मे बचाव अभियान शुरू कर दिया। बचाव दल द्वारा लाइफ बॉय, लाइफ जैकेट और डीप डाइवर्स की मदद से जीवन रक्षक कौशल का प्रदर्शन करते हुये तथा फ्लड वाटर रेस्क्यू के सभी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए कीचड़ के बीच रास्ता बनाकर नदी के टापू पर फंसे सभी पीड़ितों को सुरक्षित कर सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ टीम द्वारा सभी पीड़ितों को अस्पताल पूर्व उपचार देने के बाद स्वास्थय विभाग के एम्बुलेन्ल से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह पूरा मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया था। मॉक अभ्यास का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच में सामंजस्य बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता का जांच करना एवं बाढ़ कि प्रतिकूल परिस्थितियों में राहत बचाव कार्यवाही को परखना है, जिससे कि बाढ़ आपदा के दौरान त्वरित कार्यवाही करते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके। इस मॉक अभ्यास को ज़िलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार, सी एम ओ, लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ विभाग, ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्रामीणों की मौजुदगी में आयोजित किया गया । इस अभ्यास में डीएम और अन्य हितधारकों द्वारा -डीडीएमए, पुलिस, राजस्व, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवा, एनवाईके, पीडब्ल्यूडी, होमगार्ड, नगर निगम, गैर सरकारी संगठनों, मीडियाकर्मियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। एनडीआरएफ बचाव दल द्वारा प्रदर्शित पेशेवर कौशल की जिला प्रशासन एवं अन्य हितधारकों द्वारा अत्यधिक सराहना की गई।