कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24-परगना में मंगलवार को चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, टीएमसी के नेताओं के पास जो नोटों के पहाड़ निकले हैं… एक-एक रुपए का हिसाब होगा। अब तक लगभग 17,000 करोड़ रुपए मैं उन लोगों को लौटा चुका हूं, जिनसे पैसा लूटा गया था। बंगाल में भी आपका लूटा हुआ धन आपको वापस मिले, उनके लिए मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि टीएमसी सच्चाई को बर्दाश्त नहीं कर सकती है। जो कोई भी तृणमूल का सच सामने लाने की कोशिश करता है उसे पार्टी की ओर से निशाना बनाया जाता है। तृणमूल के विधायक ने कहा कि हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे। इसे लेकर बंगाल के साधुओं ने विनम्रतापूर्वक अनुरोध किया टीएमसी अपनी गलती सुधारे। मगर, तृणमूल ने रामकृष्ण मिशन, इस्कॉन, भारत सेवाश्रम संघ जैसे महान संस्थानों के संतों को अपमानित करना शुरू कर दिया। यह सब अपने वोट बैंक को खुश करने और वोट जिहाद को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश में संविधान… संविधान… संविधान… तानाशाही… तानाशाही… तानाशाही चिल्लाने वालों की जमात यहां बंगाल में आकर देखो कि यहां पर क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति के कारण टीएमसी ने सीएए के खिलाफ झूठ फैलाया है, लेकिन आज पूरा देश देख रहा है कि सैकड़ों शरणार्थियों को नागरिकता मिल गई है। ये नागरिकता देश का संविधान दे रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आपको एक और गारंटी दूंगा कि टीएमसी तो क्या, दुनिया की कोई भी ताकत सीएए लागू होने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब आपने मुझे अवसर दिया था, तो मैंने पूरे देश को गारंटी दी थी कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। अब मोदी देश को और विशेषकर पश्चिम बंगाल को एक और बड़ी गारंटी दे रहा है – जिसने खाया है, उससे बाहर निकालूंगा और जिसका खाया है, उसको लौटाऊंगा।