जानें, दिवाली पर क्यों बनाई जाती है रंगोली
दिवाली हिंदुओं का बड़ा और पवित्र त्योहार है। दीपों के पर्व दिवाली के अवसर पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रंगोली बनाने की परंपरा रही है। दिवाली के अवसर पर घरों को अलग-अलग तरह से सजाया जाता है। कुछ लोग पूरे घर को दीयों से रौशन करते हैं तो कुछ इलेक्ट्रिक लाइटों से, लेकिन जब तक घर को रंगोली से नहीं सजाया जाए कुछ अधूरा सा लगता है। माना जाता है कि बिना रंगों के हर खुशी अधूरी है, इसी वजह से देश में लगभग हर बड़े त्योहार पर रंगोली बनाने की परंपरा है। दिवाली पर लोग रंगोली को जरूर बनाते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी रंगोली से खुश होती हैं। कहा जाता है कि मां लक्ष्मी अपने कुमकुम लगे पैरों से वहीं प्रवेश करती हैं, जहां साफ-सफाई और रचनात्मकता होती है और रंगोली उसी रचनात्मकता का प्रमाण है।
कहा यह भी जाता है कि दिवाली के दिन रावण का वध करने के बाद जब श्रीराम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे, तब अयोध्यावासियों ने उनका पूरे हर्षोल्लास से स्वागत किया था। लोगों ने अपने घरों की साफ-सफाई करके उन्हें स्वच्छ बनाकर रंगों तथा फूलों की मदद से रंगोली सजाई थी और घर को दीपक से सजाया था, इसलिए तब से ही दिवाली पर रंगोली और दीए जलाने का नियम बन गया है।