लखनऊ (Video) : अवध एकेडमी स्कूल में दिखे खेलते कूदते भूत और चुड़ैल, हैलोवीन डे-2025 का था मौका

लखनऊ। मडियाँव क्षेत्र के भरत नगर में स्थित अवध एकेडमी स्कूल में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला। स्कूल के हर कोने में डर और मस्ती का अनोखा संगम था। मौका था हैलोवीन डे 2025 का, जिसे बच्चों ने रंग-बिरंगे और डरावने कॉस्ट्यूम्स के साथ बड़े उत्साह से मनाया। यह आयोजन बच्चों की रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को मंच देने का एक बेहतरीन तरीका साबित हुआ।
स्कूल के मंच पर जब बच्चों ने रैंपवॉक किया तो स्कूल प्रांगण तालियों से गूंज उठा। बच्चों के क्रिएटिव टैलेंट को देखकर सभी हैरान थे। कोई चुड़ैल बना तो कोई वैम्पायर, किसी ने भयानक भूत का रूप लिया तो कोई डरावने जोकर के गेटअप में दिखा। बच्चों के कॉस्ट्यूम और स्पूकी मेकअप ने माहौल को और रोमांचक बना दिया। फैंसी ड्रेस शो ने बच्चों को अपने पसंदीदा डरावने किरदारों को अपनाने का मौका दिया।
एडमिन इंचार्ज मोनिशाॅ राय की देखरेख में टीचर्स ने पूरे स्कूल को हैलोवीन थीम में सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। दीवारों पर मकड़ी के जाल, डरावनी लाइट्स और नारंगी रंग के कद्दू के पोस्टर लगे हुए थे, जिससे पूरा स्कूल किसी हॉरर थीम सेट जैसा लग रहा था। छोटे बच्चों ने पारंपरिक “ट्रिक-ऑर-ट्रीट” गेम में हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने कैंडी और उपहार इकट्ठा किए, जबकि बड़े बच्चों ने “स्पूकी वॉक” और “मास्क मेकिंग” में अपनी रचनात्मकता दिखाई।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने बच्चों को हैलोवीन का इतिहास भी बताया। उन्होंने समझाया कि यह त्योहार आयरलैंड और स्कॉटलैंड से शुरू हुआ था, जहाँ इसे ‘समहैन फेस्टिवल’ कहा जाता था। यह परंपरा है कि इस दिन मृत आत्माएं जीवितों से मिलने धरती पर आती हैं, इसलिए लोग डरावने परिधान पहनते हैं ताकि बुरी आत्माएं उन्हें पहचान न सकें और उनसे दूर रहें। इस तरह बच्चों ने मस्ती के साथ-साथ एक नई संस्कृति के बारे में भी जाना।
डर और खुशी का मिला-जुला अनुभव
बच्चों ने न सिर्फ इस आयोजन का आनंद लिया बल्कि रचनात्मकता, टीमवर्क और सांस्कृतिक विविधता को भी समझा। सोशल मीडिया पर भी इस आयोजन की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें बच्चे भूत, प्रेत और चुड़ैलों के लिबास में नजर आ रहे हैं।










