
नई दिल्ली। दिल्ली धमाके में जैश-ए-मोहम्मद के लिए कथित तौर पर काम करने वाले एक ‘डॉक्टर आतंकी मॉड्यूल’ के सिलसिले में कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीन को हिरासत में लिया गया है। ये गिरफ्तारियां जम्मू-कश्मीर पुलिस ने की हैं और अब तक कुल 56 डॉक्टरों से पूछताछ की जा चुकी है। इस मॉड्यूल पर सोमवार शाम 6:52 बजे लाल किले में हुए विस्फोट का आरोप है। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मृतकों के शरीर पर किसी विस्फोटक सामग्री के होने का प्रमाण नहीं मिला, हालांकि जांचकर्ताओं को संदेह है कि विस्फोट में एक संशोधित विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया होगा।
इस पूरे प्रकरण की शुरुआत श्रीनगर के नौगाम पुलिस थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले एक आपत्तिजनक पोस्टर से हुई। इससे पहले 19 अक्टूबर को धमकी के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया और जांच शुरू की गई। जांच के शुरुआती चरण में 20 से 27 अक्तूबर के बीच शोपियां से मौलवी इरफ़ान अहमद वाघ और गंदेरबल के वाकुरा से ज़मीर अहमद की गिरफ़्तारी हुई। सहारनपुर से पांच नवंबर को डॉक्टर आदिल की गिरफ़्तारी हुई, जिसके बाद सात नवंबर को अनंतनाग अस्पताल से एक एके-47 राइफल और अन्य गोला-बारूद बरामद हुआ। फिर, आठ नवंबर को फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय से और राइफलें, पिस्तौलें और गोला-बारूद बरामद हुए।






