आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर 20 मई को डाले जाएंगे वोट
25 सीटों पर बीजेपी के मजबूत दावेदार, कांग्रेस की सिर्फ दो ही स्थिति बेहतर
करीबी मुकाबला
पांचवें चरण में जिन सीटों पर वोट डाले जाने हैं, उनमें से सिर्फ चार ही ऐसी हैं, जहां 2019 के चुनाव में जीत का अंतर 40 फीसदी से ज्यादा रहा था। इनमें बिहार की मधुबनी, महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ, झारखंड की चतरा और हजारीबाग थीं। इन सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। इस चरण में सिर्फ चार सीट ही ऐसी हैं, जहां जीत का अंतर बहुत कम था। इनमें उत्तर प्रदेश की कौशांबी, ओडिशा की बोलंगीर, पश्चिम बंगाल की बैरकपुर और आरामबाग शामिल हैं। आरामबाग में टीएमसी, जबकि बाकी तीनों सीटों पर बीजेपी जीती थी। इन सबके बीच, कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जहां उलटफेर देखने को मिल सकता है। ये वे सीटें हैं जहां किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है। इनमें जम्मू-कश्मीर की बारामूला, ओडिशा की बरगढ़, महाराष्ट्र की पालघर और बिहार की सीतामढ़ी सीट शामिल है।
वे सीटें, जहां 2009 से एक ही पार्टी की जीत
भाजपा 5
टीएमसी 3
बीजेडी 2
कांग्रेस 1
शिवसेना 1
कौन-कितना मजबूत
इन 49 में से कम से कम 25 सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी मजबूत दावेदार है, वे इसलिए क्योंकि बीते तीन में से दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ही जीत मिली है, जबकि कांग्रेस सिर्फ दो सीटों पर ही मजबूत दिख रही है।
जीत और वोट शेयर
पांचवें चरण की इन 49 सीटों में से 2009 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने छह और कांग्रेस ने 14 सीटें जीती थीं। हालांकि, बीते दो चुनावों से कांग्रेस काफी कमजोर हुई है। 2014 में कांग्रेस इनमें से दो और 2019 में महज एक सीट पर सिमट गई थी, जबकि, 2014 में बीजेपी ने 27 और 2019 में 32 सीटें जीत ली थीं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने जिन 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 30 पर उसे 40 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। दूसरी ओर, कांग्रेस ने 36 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उनमें से 17 पर उसे 10 फीसदी से भी कम वोट मिले थे।