नई दिल्ली। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि असल में संविधान सब पर भारी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ भी नहीं था। इससे पहले उन्होंने पहली जुलाई से ही लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों पर भी सवाल उठाए थे। खडग़े ने राज्यसभा में कहा कि मोदी ने कहा था कि एक अकेला सब पर भारी, असल में संविधान सब पर भारी है। उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव अहंकार तोडऩे वाला रहा। हमको घमंडी बोलते थे, लेकिन इनका घमंड टूट गया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 17 मंत्री हार गए।
लोकतंत्र में अहंकार वाले नारों की कोई जगह नहीं। कांग्रेस चीफ ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति संसद का सबसे अहम हिस्सा हैं। इस साल राष्ट्रपति का पहला भाषण जनवरी में हुआ और दूसरा जून में हुआ। पहला भाषण चुनाव के लिए था और दूसरा उसकी कॉपी था। दलितों, अल्पसंख्यक वर्गों और पिछड़ा वर्गों के लिए उनके भाषण में कुछ नहीं था। उन्होंने कहा कि संसद में दिए गए राष्ट्रपति के अभिभाषण में न कोई दृष्टिकोण है और न ही कोई दिशा है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की ही तरह सब सरकार के लिए तारीफों से भरा हुआ था।