दुनिया में और बढ़ेगा सऊदी अरब का दबदबा, सऊदी को तेल के कुएं में मिला सफेद सोना
रियाद। सऊदी अरब ने इतिहास रचते हुए तेल के कुओं से निकलने वाले खारे पानी (ब्राइन) से पहली बार लिथियम सफलतापूर्वक निकाला है। इसे ‘सफेद सोना’ कहा जाता है, क्योंकि यह आज की तकनीकी दुनिया का एक अहम घटक है। लीथियम का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, स्मार्टफोन, और लैपटॉप की बैटरियों में होता है, इस वजह से यह मौजूदा वक्त में काफी मूल्यवान हो जाता है। सऊदी अरब की इस उपलब्धि ने न केवल तकनीकी जगत में उत्साह पैदा किया है, बल्कि देश के लिए आर्थिक विकास के नए रास्ते भी खोल दिए हैं।
इस उपलब्धि से सऊदी अरब का दुनिया में दबदबा और बढ़ जाएगा। सऊदी अरब के उप खनिज मंत्री ने घोषणा की कि देश ने अरामको के तेल क्षेत्रों से निकलने वाले खारे पानी से लीथियम निकालने में सफलता पाई है। यह प्रोजेक्ट लिथियम इनफिनिटी (लिहाइटेक) नामक स्टार्टअप के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। इस परियोजना में सऊदी खनन कंपनी मादेन और अरामको का भी सहयोग है। जल्द ही इस नई तकनीक का व्यावसायिक पायलट प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके तहत तेल क्षेत्रों से निकलने वाले खारे पानी का लगातार उपयोग करके लीथियम का उत्पादन किया जाएगा।
और मालामाल होगा देश
सऊदी अरब अब तक अपनी अर्थव्यवस्था को तेल और गैस पर निर्भर करता आया है, इस परियोजना के जरिए विजन 2030 के तहत अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहा है। लीथियम जैसे बहुपयोगी तत्त्व का उत्पादन न केवल देश को तकनीकी नवाचार में अग्रणी बनाएगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति में उसकी भूमिका को भी मजबूत करेगा।