
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश में वायु प्रदूषण की गंभीर होती स्थिति को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि स्वच्छ हवा हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है, लेकिन जब नागरिक साफ हवा के हक की मांग करते हैं, तो सरकार उनके साथ अपराधी की तरह पेश आती है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में सोमवार को कहा कि संविधान ने हर नागरिक को शांतिपूर्ण विरोध करने का अधिकार दिया है और उनके इस अधिकार की सुरक्षा सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने लिखा कि स्वच्छ हवा का अधिकार एक बुनियादी मानव अधिकार है। शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार हमारे संविधान द्वारा दी गयी गारंटी का हिस्सा है। जब नागरिक स्वच्छ हवा में जीने की अपनी बुनियादी मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं तो उनके साथ अपराधी की तरह व्यवहार क्यों किया जा रहा है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि वायु प्रदूषण से करोड़ों भारतीय प्रभावित हो रहे हैं, बच्चों और देश के भविष्य को नुकसान पहुंच रहा है लेकिन वोट चोरी से सत्ता में आई सरकार इस गंभीर संकट को सुलझाने के बजाय चुप बैठी है और और इसका विरोध कर रहे नागरिकों पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह जनता की आवाज़ दबाने के बजाय वायु प्रदूषण के संकट को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए और लोगों के जीवन तथा स्वास्थ्य की रक्षा के लिए तुरंत सकारात्मक कार्रवाई करे।






