
नई दिल्ली। आधार से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने दो करोड़ से ज्यादा ऐसे लोगों के आधार नंबरों को डिएक्टिवेट कर दिया है, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। यह अहम कदम रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया, राज्यों और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों से मिली जानकारी के आधार पर उठाया गया है। अब परिवार के सदस्य भी माई आधार पोर्टल पर अपने किसी प्रियजन की मृत्यु की सूचना दे सकते हैं। इससे आधार डेटाबेस को तुरंत अपडेट करने में मदद मिलेगी।
यूआईडीएआई ने यह फैसला आधार डेटाबेस को हमेशा अपडेट रखने और किसी भी तरह के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए लिया है। मरे हुए लोगों के आधार नंबरों को हटाने से यह सुनिश्चित होगा कि सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ उन्हीं लोगों तक पहुंचे जो इसके हकदार हैं। यूआईडीएआई का यह प्रयास आधार प्रणाली को और ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।







