नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले ही दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ और देशभर में भीषण गर्मी की स्थिति की समीक्षा की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन बैठकों के बाद प्रधानमंत्री 100 दिन के कार्यक्रम के एजेंडे की समीक्षा के लिए एक लंबे मंथन सत्र में भी भाग ले रहे हैं। मालूम हो कि चार जून को लोकसभा चुनाव में पड़े वोटों की काउंटिंग होनी है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री की सबसे पहली बैठक पूर्वोत्तर में चक्रवात रेमल के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को लेकर हुई। उन्होंने विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा की।
इसके बाद उन्होंने देश में भीषण गर्मी और लू की स्थिति को लेकर हुई एक समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री बड़े पैमाने पर विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की तैयारियों की समीक्षा के लिए भी एक बैठक में शामिल हुए। विश्व पर्यावरण दिवस पांच जून को मनाया जाता है। प्रधानमंत्री की ये बैठकें लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले दिन हुईं। मतदान संपन्न होने के बाद अधिकांश एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है। चुनाव परिणाम चार जून को सामने आएंगे। लोकसभा चुनाव शुरू होने से बहुत पहले मोदी ने नई सरकार के लिए 100 दिन का एजेंडा तैयार करने के वास्ते विभिन्न सरकारी मंत्रालयों को काम सौंपा था। उन्होंने अपनी मंत्रिपरिषद से पहले 100 दिनों के लिए कार्यक्रमों और पहलों को प्राथमिकता देने के लिए कहा है।